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एलिजाबेथ से अमीर अक्षता मूर्ति: इतनी है इंफोसिस फाउंडर की बेटी की संपत्ति, कहा- सभी करों का करेंगी भुगतान

एलिजाबेथ से अमीर अक्षता मूर्ति: इतनी है इंफोसिस फाउंडर की बेटी की संपत्ति, कहा- सभी करों का करेंगी भुगतान

बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Sun, 10 Apr 2022 09:12 PM IST

सार

स्टॉक एक्सचेंजों के साथ साझा की गई जानकारी के मुताबिक, 42 वर्षीय अक्षता मूर्ति के पास लगभग एक अरब डॉलर यानी 7600 करोड़ रुपये मूल्य के इंफोसिस के शेयर मौजूद हैं। वहीं महारानी एलिजाबेथ की निजी संपत्ति करीब 460 मिलियन डॉलर यानी 3400 करोड़ रुपये बनती है। 

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भारतीयों का दबदबा दुनियाभर में बढ़ता जा रहा है। इसमें एक नाम है दिग्गज टेक कंपनी इंफोसिस के फाउंडर एनआर नारायणमूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति का। एक रिपोर्ट के मुताबिक, संपत्ति के मामले में वह ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ से भी अमीर हैं। यहां बता दें कि अक्षता ब्रिटिश वित्त मंत्री ऋषि सुनक की पत्नी हैं। 

7600 करोड़ की मालकिन
स्टॉक एक्सचेंजों के साथ साझा की गई जानकारी के मुताबिक, 42 वर्षीय अक्षता मूर्ति के पास लगभग एक अरब डॉलर यानी 7600 करोड़ रुपये मूल्य के इंफोसिस के शेयर मौजूद हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि रिच लिस्ट-2021 के अनुसार यह आंकड़ा अक्षता को महारानी एलीजाबेथ द्वितीय से कहीं ज्यादा अमीर बना देता है। रिपोर्ट में बताया गया कि महारानी की निजी संपत्ति करीब 460 मिलियन डॉलर यानी 3400 करोड़ रुपये बनती है। अक्षता वेंचर कैपिटल कंपनी कैटामारन वेंचर्स की निदेशक भी हैं, जिसकी स्थापना उन्होंने अपने पति ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सनक के साथ साल 2013 में की थी।

कर बचत का लगा है आरोप
गौरतलब है कि अक्षता मूर्ति पर अपने गैर स्थानीय कर दर्जे का इस्तेमाल कर भारी कर बचत करने का आरोप है। हालांकि, उनके प्रवक्ता ने कहा था कि अक्षता एक निवासी के रूप में ब्रिटेन के कर कानूनों का अनुपालन करती हैं। यह कर वर्गीकरण इसलिए है क्योंकि भारत दोहरी नागरिकता को मान्यता नहीं देता। इस बीच शनिवार को मामले में अक्षता की ओर से बड़ा बयान दिया गया है। उन्होंने घोषणा की है कि वह भारत सहित अपनी सभी आय पर ब्रिटेन के करों का भुगतान करेंगी। 

टैक्स सूचना लीक होने की जांच शुरू
अक्षता मूर्ति के टैक्स से संबंधित सूचनाएं लीक होने की आंतरिक जांच शुरू कर दी गई है। इससे संबंधित खबरें इस हफ्ते की शुरुआत में ‘द इंडीपेंडेंट’ में प्रकाशित हुई थीं। द संडे टाइम्स के मुताबिक, सुनक की टीम का मानना है कि इस लीक के पीछे विपक्षी लेबर पार्टी समर्थक अधिकारियों का हाथ है। जांच के दायरे में यह भी है कि क्या किसी ने इससे संबंधित सूचना पाने के लिए अनुरोध किया था। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि किसी के भी टैक्स से संबंधित सूचना नितांत व्यक्तिगत है और इसे सार्वजनिक करना आपराधिक मामला है। भारतीय नागरिक अक्षता को विदेश में हुई कमाई पर ब्रिटेन में टैक्स चुकाने की जरूरत नहीं थी। इसी को लेकर विपक्ष ने विवाद खड़ा कर दिया और उन पर पाखंड के आरोप लगाने शुरू कर दिए। एजेंसी
 

विस्तार

भारतीयों का दबदबा दुनियाभर में बढ़ता जा रहा है। इसमें एक नाम है दिग्गज टेक कंपनी इंफोसिस के फाउंडर एनआर नारायणमूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति का। एक रिपोर्ट के मुताबिक, संपत्ति के मामले में वह ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ से भी अमीर हैं। यहां बता दें कि अक्षता ब्रिटिश वित्त मंत्री ऋषि सुनक की पत्नी हैं। 

7600 करोड़ की मालकिन

स्टॉक एक्सचेंजों के साथ साझा की गई जानकारी के मुताबिक, 42 वर्षीय अक्षता मूर्ति के पास लगभग एक अरब डॉलर यानी 7600 करोड़ रुपये मूल्य के इंफोसिस के शेयर मौजूद हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि रिच लिस्ट-2021 के अनुसार यह आंकड़ा अक्षता को महारानी एलीजाबेथ द्वितीय से कहीं ज्यादा अमीर बना देता है। रिपोर्ट में बताया गया कि महारानी की निजी संपत्ति करीब 460 मिलियन डॉलर यानी 3400 करोड़ रुपये बनती है। अक्षता वेंचर कैपिटल कंपनी कैटामारन वेंचर्स की निदेशक भी हैं, जिसकी स्थापना उन्होंने अपने पति ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सनक के साथ साल 2013 में की थी।

कर बचत का लगा है आरोप

गौरतलब है कि अक्षता मूर्ति पर अपने गैर स्थानीय कर दर्जे का इस्तेमाल कर भारी कर बचत करने का आरोप है। हालांकि, उनके प्रवक्ता ने कहा था कि अक्षता एक निवासी के रूप में ब्रिटेन के कर कानूनों का अनुपालन करती हैं। यह कर वर्गीकरण इसलिए है क्योंकि भारत दोहरी नागरिकता को मान्यता नहीं देता। इस बीच शनिवार को मामले में अक्षता की ओर से बड़ा बयान दिया गया है। उन्होंने घोषणा की है कि वह भारत सहित अपनी सभी आय पर ब्रिटेन के करों का भुगतान करेंगी। 

टैक्स सूचना लीक होने की जांच शुरू

अक्षता मूर्ति के टैक्स से संबंधित सूचनाएं लीक होने की आंतरिक जांच शुरू कर दी गई है। इससे संबंधित खबरें इस हफ्ते की शुरुआत में ‘द इंडीपेंडेंट’ में प्रकाशित हुई थीं। द संडे टाइम्स के मुताबिक, सुनक की टीम का मानना है कि इस लीक के पीछे विपक्षी लेबर पार्टी समर्थक अधिकारियों का हाथ है। जांच के दायरे में यह भी है कि क्या किसी ने इससे संबंधित सूचना पाने के लिए अनुरोध किया था। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि किसी के भी टैक्स से संबंधित सूचना नितांत व्यक्तिगत है और इसे सार्वजनिक करना आपराधिक मामला है। भारतीय नागरिक अक्षता को विदेश में हुई कमाई पर ब्रिटेन में टैक्स चुकाने की जरूरत नहीं थी। इसी को लेकर विपक्ष ने विवाद खड़ा कर दिया और उन पर पाखंड के आरोप लगाने शुरू कर दिए। एजेंसी

 

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