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Covishield: एसआईआई ने कोविशील्ड की पूर्ण मंजूरी के लिए अधिकारियों के समक्ष किया आवेदन 

पीटीआई, नई दिल्ली
Published by: Amit Mandal
Updated Fri, 31 Dec 2021 07:40 PM IST

सार

कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को सबसे पहले इस साल जनवरी में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने महामारी के खिलाफ आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी थी।

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सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला ने शुक्रवार को कहा कि कंपनी ने भारतीय अधिकारियों के समक्ष कोविशील्ड की पूर्ण मंजूरी के लिए आवेदन किया है। कंपनी ने कहा है कि कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति 125 करोड़ खुराक से अधिक हो गई है। एसआईआई ने भारत सरकार को वैक्सीन की आपूर्ति के लिए कोविशील्ड, एस्ट्राजेनेका तैयार करने वालों के साथ भागीदारी की थी, जिसे इस साल जनवरी में आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति मिली थी। 

पूनावाला ने ट्वीट कर दी जानकारी
पूनावाला ने केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को टैग करते हुए एक ट्वीट किया, भारत में कोविशील्ड वैक्सीन की आपूर्ति 1.25 बिलियन (125 करोड़) से अधिक हो गई है। भारत सरकार के पास अब पूर्ण मंजूरी के लिए पर्याप्त डेटा है, और इसलिए @SerumInstIndia ने इस अनुमति के लिए @CDSCO_INDIA_INF (DCGI) और @MoHFW_INDIA पर आवेदन किया है।  

कोविशील्ड और भारत बायोटेक के कोवाक्सीन को सबसे पहले इस साल जनवरी में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने महामारी के खिलाफ आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी थी। पहले से ही अमेरिका में फाइजर-बायोएनटेक के कोविड19 वैक्सीन को 16 वर्ष और उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों में उपयोग के लिए पूर्ण यूएसएफडीए मंजूरी मिल गई है।  

इस साल अक्टूबर में पुणे स्थित एसआईआई ने कोविशील्ड के लिए नियमित मंजूरी के अनुदान के लिए अपने आवेदन के साथ भारत के अंतिम चरण 2/3 की नैदानिक अध्ययन रिपोर्ट पेश की थी। फर्म ने 8 जून, 2021 को यूके, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका से 24,244 लोगों पर चरण -3 नैदानिक अध्ययन के परिणाम सीडीएससीओ के समक्ष प्रस्तुत किए थे। साथ ही, अमेरिका, चिली और पेरू से 32,379 लोगों पर तीसरे चरण के नैदानिक अध्ययन के परिणाम 9 जुलाई को प्रस्तुत किए थे।

सीआईआई ने नई दवा के लिए किया आवेदन
भारत के दवा नियामक ने शुक्रवार को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के ओमिक्रॉन प्रकार के कोरोना वायरस के खिलाफ नए कोविड वैक्सीन के लिए एक दवा पदार्थ बनाने, इसका परीक्षण और विश्लेषण करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। देश में रोजाना कोविड-19 मामलों में वृद्धि की रिपोर्ट करने के मद्देनजर यह कदम महत्व रखता है। 

ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ वैक्सीन अनुसंधान करने के लिए सीआईआई में सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने हाल ही में भारत के औषधि महानियंत्रक को सार्स-कोव (SARS-CoV) 2 आरएस प्रोटीन (कोविड-19) परीक्षण और विश्लेषण के लिए रिकॉम्बिनेंट स्पाइक नैनोपार्टिकल वैक्सीन  के दवा पदार्थ के निर्माण की अनुमति देने के लिए आवेदन किया था।  
 

विस्तार

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला ने शुक्रवार को कहा कि कंपनी ने भारतीय अधिकारियों के समक्ष कोविशील्ड की पूर्ण मंजूरी के लिए आवेदन किया है। कंपनी ने कहा है कि कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति 125 करोड़ खुराक से अधिक हो गई है। एसआईआई ने भारत सरकार को वैक्सीन की आपूर्ति के लिए कोविशील्ड, एस्ट्राजेनेका तैयार करने वालों के साथ भागीदारी की थी, जिसे इस साल जनवरी में आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति मिली थी। 

पूनावाला ने ट्वीट कर दी जानकारी

पूनावाला ने केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय को टैग करते हुए एक ट्वीट किया, भारत में कोविशील्ड वैक्सीन की आपूर्ति 1.25 बिलियन (125 करोड़) से अधिक हो गई है। भारत सरकार के पास अब पूर्ण मंजूरी के लिए पर्याप्त डेटा है, और इसलिए @SerumInstIndia ने इस अनुमति के लिए @CDSCO_INDIA_INF (DCGI) और @MoHFW_INDIA पर आवेदन किया है।  

कोविशील्ड और भारत बायोटेक के कोवाक्सीन को सबसे पहले इस साल जनवरी में ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने महामारी के खिलाफ आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी थी। पहले से ही अमेरिका में फाइजर-बायोएनटेक के कोविड19 वैक्सीन को 16 वर्ष और उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों में उपयोग के लिए पूर्ण यूएसएफडीए मंजूरी मिल गई है।  

इस साल अक्टूबर में पुणे स्थित एसआईआई ने कोविशील्ड के लिए नियमित मंजूरी के अनुदान के लिए अपने आवेदन के साथ भारत के अंतिम चरण 2/3 की नैदानिक अध्ययन रिपोर्ट पेश की थी। फर्म ने 8 जून, 2021 को यूके, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका से 24,244 लोगों पर चरण -3 नैदानिक अध्ययन के परिणाम सीडीएससीओ के समक्ष प्रस्तुत किए थे। साथ ही, अमेरिका, चिली और पेरू से 32,379 लोगों पर तीसरे चरण के नैदानिक अध्ययन के परिणाम 9 जुलाई को प्रस्तुत किए थे।

सीआईआई ने नई दवा के लिए किया आवेदन

भारत के दवा नियामक ने शुक्रवार को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के ओमिक्रॉन प्रकार के कोरोना वायरस के खिलाफ नए कोविड वैक्सीन के लिए एक दवा पदार्थ बनाने, इसका परीक्षण और विश्लेषण करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। देश में रोजाना कोविड-19 मामलों में वृद्धि की रिपोर्ट करने के मद्देनजर यह कदम महत्व रखता है। 

ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ वैक्सीन अनुसंधान करने के लिए सीआईआई में सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने हाल ही में भारत के औषधि महानियंत्रक को सार्स-कोव (SARS-CoV) 2 आरएस प्रोटीन (कोविड-19) परीक्षण और विश्लेषण के लिए रिकॉम्बिनेंट स्पाइक नैनोपार्टिकल वैक्सीन  के दवा पदार्थ के निर्माण की अनुमति देने के लिए आवेदन किया था।  

 

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